108 और 102 Ambulance कर्मचारियों को कौन प्रताड़ित कर रहा है और सरकार क्यों चुप है?
सर ऐसा है एक कृपा कीजिए। आप एक आदेश पारित कर दीजिए जिसमे कहा गया हो कि राज्य के नागरिकों की कोई भी जिम्मेदारी सरकार नहीं लेगी। इससे आपके आत्म निर्भर वाले योजना को बल भी मिलेगा और आम जनता खुद रास्ता ढूंढेंगी की कैसे उसे अपनी जिंदगी जीनी है। यह सब लिखने के लिए हम मजबूर हैं क्योंकि हमारे व्हाट्सएप पर पिछले कई दिनों से लगातार एक फोटो भेजा जा रहा है और बताया जा रहा है कि फोटो में जो व्यक्ति दिख रहा है उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। पूरा मामला राज्य के 102 और 108 एंबुलेंस सेवा से जुड़ा हुआ है और सबसे जरूरी यह है कि हमने खुद इसके पहले भी इससे जुड़े कर्मचारियों को लेकर कई वीडियो बनाया है। जब लखनऊ में इनका प्रदर्शन चल रहा था तब भी हमने आवाज उठाया था और आज जब सरकार के ठेकेदारी प्रथा में फंस कर कोई व्यक्ति फांसी लगाकर अपनी जान देता है तब भी हम आवाज उठा रहे हैं। हमको चिल्लाने का कोई पैसा नहीं दे रहा है, हम सिर्फ इसलिए चिल्ला रहे हैं क्योंकि सरकार यह सब कुछ देख कर अपना मुंह बंद कर चुकी है और अब अगर हम भी चुप हो जाएंगे तो फिर उनकी बातों को कौन सुनेगा? सरकारी अधिकारियों और सरकार में बैठे ...