राजनीति जानना ज़रूरी क्यों है..?
राजनीति-एक ऐसा शब्द जिसके बारे में सुनते ही लोग बोल देते है कि मुझे राजनीति से कुछ लेना देना नही,लेकिन उन सभी लोगो को ये समझ लेना चाहिये की देश का भविष्य या उस देश के नागरिकों का भविष्य देश की राजनीति ही तय करती है।देश की राजनीति ही तय करती है कि देश किस दिशा में आगे बढ़ेगा,आगे इसका क्या भविष्य होगा,इस देश के निवासियों का भविष्य क्या होगा ये सारी बाते किसी भी देश की राजनीति ही तय करती है।
राष्ट्रनीति और राजनीति-जब राष्ट्रनीति और राजनीति को एक साथ जोड़ दिया जाता है तब किसी भी देश के लिए एक खतरनाक स्थिति पैदा हो जाती है मेरे कहने का तात्पर्य है कि राजनीति चाहे जैसी भी वो लेकिन देश की जो राष्ट्रनीति होती है उसे राजनीति से दूर रखना चाहिए।जिस दिन राजनीतिक फायदे के लिए राष्ट्रीय मूल्यो के साथ समझौता किया जाने लगेगा उस दिन से ही उस देश का पतन शुरू हो जायेगा।
भारतीय राजनीति पे मेरे अपने विचार-भारत एक बहुत बड़ा देश है और जनसँख्या की बात करे तो ये भारत के लिए खुद एक समस्या बन गया है।अब जब हमें ये पता है कि बढ़ती जनसंख्या हमारे लिए खतरा है तो फिर भारत की सरकार चीन के तर्ज पे कानून क्यों नही लाती?यही जन्म होता है राजनीति का,राजनीतिक नुकसान से बचने के लिए कोई भी पार्टी ये नही चाहती की इस तरह का कोई भी कानून वो बनाये।हमारे देश की राजनीतिक संगठनें अपना हित तो सोच लेती है उसे पूरा भी कर लेती है लेकिन बात जहाँ देशहित की आती है वो अपना कदम पीछे खींच लेती है।ये हमारे देश की सबसे बड़ी बिडंबना है।आज की भी केंद्र सरकार इस मुद्दे पे चुप्पी साधे हुए है,कुछ साल पहले तक पूर्व की केंद्र सरकार भी चुप्पी साधे हुए थी तो फिर सवाल उठता है कि क्या देश के राजनेता इतने गिर चुके है कि कुछ वोट के लिए देशव्यापी समस्या से भी मुँह मोड़ लेते है?इसका जबाब हम सबको मिल के सोचना होगा।
बिहार एक ऐसा राज्य जो राजनीति के मामले में काफी सक्रिय रहा है।जे.पी नारायण के जैसे अनगिनत नेताओ को देश की सेवा करने का मौका दिया है।इंग्लिश में एक बात मैंने सुनी थी-"Bihar is the pole of indian politics" और ये बात बिल्कुल सही है कि बिहार किसी दौर में देश की राजनीति का केंद्र हुआ करता था लेकिन वही बिहार किस दशा से गुजरा आपको पता होना चाहिए या फिर किस दशा से गुजर रहा है इसका एक मात्र कारण है प्रदेश की राजनीति का स्तर गिर जाना।मैंने बिहार का नाम इसलिए लिया क्यों की बिहार कभी पुरे देश को रास्ता दिखाता था और गलत राजनीति के चलते उसका वैभव उसकी लोकप्रियता कहाँ खो गयी पता ही नही चला।इसी बिहार के नालंदा विश्वविद्यालय में पुरे दुनिया से छात्र पढ़ने आते थे और आज यही बिहार अपने प्रदेश के लोगो को शिक्षित नही बना सका तभी को पूरे देश में सबसे कम साक्षरता दर बिहार का है।
आज देश की राजनीति का मिजाज बदला-बदला सा है।देश का युवा नया विकल्प खोज रहा था उसे नरेन्द्र मोदी के रूप में एक आशा दिखा और पूरा देश एक साथ आया।हालांकि देश का युवा आज भी उन सारी समस्याओं से जुझ रहा है जिससे वो छुटकारा चाहता था और इस समस्या का सबसे बड़ा कारण हमारा जनसँख्या ही है।
Best one
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